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निजी सहायक संवर्ग के गौरव
डा.श्री रमाकांत भारद्वाज

हरिश्चन्द्र माथुर राजस्थान राज्य लोक प्रशासन संस्थान(एचसीएमरीपा), जेएलएन मार्ग, जयपुर में निजी सचिव के पद पर कार्यरत डा.श्री रमाकांत भारद्वाज लगभग 40 वर्ष की राजकीय सेवा पूर्ण कर चुके हैं। ये कई विषयों में स्नातकोत्तर डिग्री के साथ, पी.एच.डी एवं एम.बी.ए. उपाधि धारक हैं। निजी सचिव के साथ ही एक प्रशिक्षक के रूप में भी इनकी पहचान है।
शीघ्रलिपिक संयुक्त सीधी भर्ती-2018 में चयनित एवं समस्त विभागों में कार्यरत 1211 निजी सहायकों हेतु प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने बाबत राजस्थान निजी सहायक संवर्ग महासंघ द्वारा मुख्य सचिव महोदया, राजस्थान सरकार के समक्ष अनुरोध किया गया, जिसे उचित मानते हुए मुख्य सचिव महोदया द्वारा दिये गये निर्देश के क्रम में महानिदेशक, एचसीएमरीपा, जयपुर एवं क्षेत्रीय प्रशिक्षण केन्द्रों यथा-उदयपुर, बीकानेर, कोटा एवं जोधपुर में दिनांक 24 अप्रेल से 13 अक्टूबर 2023 तक 5 दिवसीय आमुखीकरण आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने का निर्णय लिया गया। महासंघ के सकारात्मक प्रयासों के फलस्वरूप हुए निर्णय के कारण निजी सहायक संवर्ग के इतिहास में पहली बार राज्य स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित होने का सुखद संयोग संभव हो पाया।
डा. श्री रमाकांत भारद्वाज की शैक्षणिक योग्यता, वरिष्ठता, अनुभव और विभिन्न विषय विशेषज्ञ तथा निजी सहायक संवर्ग से होने को दृष्टिगत रखते हुए महानिदेशक, एचसीएमरीपा, जयपुर द्वारा उक्त प्रथम राज्य स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम हेतु इन्हें संयोजक एवं पाठ्यक्रम निदेशक नियुक्त किया गया। सौंपी गई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी को बखूबी निभाते हुए इन्होंने हचमारीपा, जयपुर एवं क्षेत्रीय प्रशिक्षण केन्द्रों के साथ समन्वय स्थापित कर विभिन्न अधीनस्थ विभागों में कार्यरत नवनियुक्त निजी सहायकों हेतु लिखे जाने तक 12 प्रशिक्षण कार्यक्रम सफलतापूर्वक आयोजित करवा दिये हैं, जिससे लगभग 850 से अधिक प्रशिक्षणार्थी प्रशिक्षण प्राप्त कर लाभान्वित हो चुके हैं।
डा. भारद्वाज द्वारा उक्त 5 दिवसीय आमुखीकरण आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रशिक्षु निजी सहायकों को राजस्थान सेवा नियम, कार्यालय क्रियाविधि, यात्रा भत्ता नियम, वार्षिक कार्य मूल्यांकन प्रतिवेदन नियम, सूचना का अधिकार, अन्तर वैयक्तिक संबंध, अभिप्रेरण, सम्प्रेषण कौशल, तनाव एवं स्व प्रबन्धन, प्रभावी निजी सहायक का व्यक्तित्व, निजी सहायक की भूमिका एवं जिम्मेदारी, वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील नियम, आचरण नियम, राज-काज पर ई-फाईलिंग करना, डी.डी.ओ. की भूमिका एवं जिम्मेदारीयां, विभागीय पदोन्नति नियम प्रक्रिया इत्यादि महत्वपूर्ण विषयों पर प्रशिक्षण प्रदान किया गया, जिससे निश्चित रूप से प्रशिक्षणर्थियों की कार्य क्षमता, कार्यकुशलता एवं व्यवहार कुशलता में वृद्धि होगी। साथ ही उन्हें सरकारी नियम एवं कानूनों की अद्यतन जानकारी प्राप्त हुई है।
डा.श्री रमाकान्त भारद्वाज की शैक्षणिक योग्यता एवं उनके द्वारा अर्जित उपलब्धियों के कारण निजी सहायक संवर्ग स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रहा है। महासंघ डा.भारद्वाज के उज्जवल भविष्य की कामना करता है, उन्हें असीम शुभकामनाएं प्रेषित करता है।